महाराज जी कहते है कि गौकथा का शुभारम्भ भी हमारे उत्तराखंड से हुआ और उद्धव जी द्वारा भी भगवान कृष्णकी चरणपादुका भी बद्रीकाश्रम उत्तराखंड में रखी गई है
गौमाता को राष्ट्रमाता के पद पर प्रतिष्ठा दिलवाने हेतु देहरादून में प्रारंभ हुई भव्य गौ कथा महाराज जी कहते है…